नया शिक्षा नीति :- छत्तीसगढ़ के सरकार माननीय श्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में नई शिक्षा नीति (NEP) को पूर्ण रूप से लागू करने का निर्णय लिया है। इस शिक्षा निति के अंतर्गत शिक्षा के विभिन्न चरणों में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे। जैसे इस नीति के तहत बच्चों को पांचवीं कक्षा तक स्थानीय भाषा में शिक्षा दी जाएगी और प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं कक्षा तक सभी के लिए शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी।
नया शिक्षा नीति का प्रारूप
नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा प्रणाली को 10+2 से बदलकर 5+3+3+4 के चार चरणों में विभाजित किया गया है:
- आधारभूत चरण (Fundamental Stage):
- 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए आंगनवाड़ी, प्री-स्कूल और बालवाटिका की शिक्षा।
- 6 से 8 वर्ष के बच्चों के लिए पहली और दूसरी कक्षा की शिक्षा।
- कुल 5 वर्ष का समय।
- प्रारंभिक चरण (Preparatory Stage):
- 8 से 11 वर्ष के बच्चों के लिए तीसरी से पांचवीं कक्षा की शिक्षा।
- कुल 3 वर्ष का समय।
- मध्यवर्ती चरण (Middle Stage):
- 11 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए छठवीं से आठवीं कक्षा की शिक्षा।
- कुल 3 वर्ष का समय।
- इस चरण में बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा (Vocational Education) भी दी जाएगी।
- माध्यमिक चरण (Secondary Stage):
- 14 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए नौवीं से बारहवीं कक्षा की शिक्षा।
- कुल 4 वर्ष का समय।
महत्वपूर्ण बदलाव
- स्थानीय भाषा में शिक्षा: पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को उनकी स्थानीय भाषा में शिक्षा दी जाएगी, जिससे उनकी समझ और सीखने की प्रक्रिया में सुधार होगा।
- व्यावसायिक शिक्षा: छठवीं कक्षा से ही बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी। इससे वे अपने कौशल और रुचियों के आधार पर अपने भविष्य का मार्गदर्शन कर सकेंगे।
- शिक्षा का नया ढांचा: 10+2 के पारंपरिक ढांचे को बदलकर 5+3+3+4 के नए ढांचे में विभाजित किया गया है, जिससे शिक्षा प्रणाली को अधिक व्यवस्थित और प्रभावी बनाया जा सके।
कार्यान्वयन
नई शिक्षा नीति को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। हालांकि, इस नीति के पूर्ण रूप से लागू होने के संबंध में कोई सटीक तारीख कैबिनेट की बैठक में स्पष्ट नहीं की गई है। यह संभव है कि 2024-25 के शिक्षा सत्र से इसे पूर्ण रूप से लागू किया जाए।