2025 में छेरछेरा त्यौहार कब है: दोस्तों, आज हम छत्तीसगढ़ के छेरछेरा त्योहार के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। 2025 में यह त्योहार कब है और इसे किस प्रकार मनाया जाता है, अगर आप इसके बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
छेरछेरा त्योहार क्या है?
छेरछेरा त्योहार छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण लोक पर्व है, जिसे पूरे धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार हर साल पौष मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन, गांव के बच्चे एकत्र होकर घर-घर जाकर धान मांगते हैं और घरवाले उन्हें दान में धान देते हैं। यह परंपरा सदियों पुरानी है और इसके माध्यम से नव फसल की खुशी मनाई जाती है। गांवों में बच्चे गीत गाते, नाचते और धान मांगते हैं, जबकि शहरी इलाकों में पैसे और खाने की चीजें दान की जाती हैं।
2025 में छेरछेरा त्यौहार कब है?
2025 में छेरछेरा त्योहार 25 जनवरी को, गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। यह दिन पौष मास की पूर्णिमा को पड़ता है, और इस दिन किसान अपने घरों में धान की नई फसल को संजोते हैं। बच्चों की टोली घर-घर जाकर धान मांगती है और इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
छेरछेरा त्योहार का महत्व क्या है?
छेरछेरा त्योहार के दिन, घर के बच्चे घर-घर जाकर धान मांगते हैं और घरवाले उन्हें धान और पैसे दान में देते हैं। यह दान हमारे समाज में समृद्धि और खुशहाली को बनाए रखने में सहायक होता है। इस दिन देवी-देवताओं की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। इस त्योहार की परंपरा का उद्देश्य न केवल फसल की खुशी मनाना है, बल्कि एक-दूसरे के साथ सामंजस्य और सहयोग को भी प्रोत्साहित करना है।
किस देवी की पूजा की जाती है?
छेरछेरा त्योहार के दिन विशेष रूप से शाकम्भरी देवी की पूजा की जाती है। यह पूजा विधिपूर्वक की जाती है और उसके बाद बच्चे घर-घर जाकर धान मांगते हैं। इस दिन, गांव के लोग एक साथ मिलकर उत्सव मनाते हैं और एक दूसरे के घर जाकर धान मांगते हैं।
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छेरछेरा पर्व क्यों मनाया जाता है?
छेरछेरा त्योहार नई फसल की कटाई की खुशी में मनाया जाता है। किसान अपने खेतों में धान की कटाई कर उसे घर लाते हैं और घर में सुरक्षित रखते हैं। इस समय घरों में धान की ढेरी लग जाती है। त्योहार के दौरान, किसान नई फसल की खुशी में भंडारे आयोजित करते हैं और गरीबों व बच्चों को खाने का प्रबंध करते हैं।
FAQs:
1. छेरछेरा त्योहार कब मनाया जाता है?
छेरछेरा त्योहार हर साल पौष मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
2. छेरछेरा त्योहार किस राज्य में मनाया जाता है?
यह त्योहार मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ राज्य में मनाया जाता है।
3. छेरछेरा त्योहार के दिन बच्चे क्या करते हैं?
छेरछेरा त्योहार के दिन बच्चे गाना गाते, नाचते और घर-घर जाकर धान मांगते हैं।
4. छेरछेरा त्योहार 2025 में कब है?
छेरछेरा त्योहार 2025 में 25 जनवरी, गुरुवार को मनाया जाएगा।
5. छत्तीसगढ़ में छेरछेरा त्योहार को धान मांगने क्यों जाते हैं?
यह परंपरा सदियों पुरानी है, जिसमें बच्चे और बड़े एक-दूसरे के घर जाकर धान मांगते हैं, जो समृद्धि और सामंजस्य का प्रतीक है।
आशा है कि यह लेख छेरछेरा त्योहार की समृद्ध परंपरा और इसकी विशेषताओं को स्पष्ट करने में सहायक साबित होगा। अगर आपके पास इस विषय पर कोई और सवाल है, तो कृपया कमेंट बॉक्स में पूछें।