अगली बार मेडिकल पर जाने से पहले जान लो- 🚫 सरकार ने 156 दवाइयों पर लगाया प्रतिबंध health news

health news
Rate this post

Introduction

क्या आपको पता है कि हाल ही में भारत सरकार ने एक बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला लिया है? यह फैसला सीधे आपकी सेहत और दवाइयों से जुड़ा है। सरकार ने 156 दवाइयों पर प्रतिबंध लगा दिया है। जी हां, ये वही दवाइयां हैं जिन्हें हम अक्सर छोटी-मोटी बीमारियों में बिना सोचे-समझे इस्तेमाल कर लेते हैं। लेकिन अब समय आ गया है कि हम सतर्क हो जाएं और इन दवाइयों का प्रयोग बंद करें।

Table of Contents

क्या है यह प्रतिबंध?

सरकार ने जिन 156 दवाइयों पर प्रतिबंध लगाया है, वे सभी एंटीबायोटिक, पेनकिलर, और सामान्य सर्दी-जुकाम की दवाइयां हैं। इन्हें ‘फिक्स्ड डोज़ कॉम्बिनेशन’ (FDC) के रूप में जाना जाता है, जहां दो या दो से अधिक दवा तत्वों को मिलाकर एक नई दवा बनाई जाती है।

FDC क्या हैं और क्यों है खतरा?

FDC दवाइयों में दो या अधिक दवा तत्वों का निश्चित अनुपात में मिलान किया जाता है। इसे ‘कॉकटेल मेडिसिन’ के नाम से भी जाना जाता है। इस तरह की दवाइयां तुरंत असर दिखाने का वादा करती हैं, लेकिन इनके लंबे समय तक इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं।

156 प्रतिबंधित दवाइयों की सूची

यहाँ कुछ प्रमुख दवाइयों के नाम दिए गए हैं जिन पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है:

  • सिफे शिमा 100 डीएस
  • माइट शिम 200 डीटी
  • एक्सफ्लो फेनाक 50 मिलीग्राम प्लस पैरासिटामोल 125 मिलीग्राम
  • मीफ नामिक एसिड प्लस पैरासिटामोल इंजेक्शन
  • सेटी रीजन एसील प्लस पैरासिटामोल प्लस फेनाइल फ्रीन एसील

इन दवाइयों को इस्तेमाल करने से होने वाले खतरे

सरकार का मानना है कि इन दवाइयों से मानव स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है। इनमें मौजूद तत्वों का मिश्रण कभी-कभी अनचाहे साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकता है। इसके अलावा, इन दवाइयों के सुरक्षित विकल्प भी बाजार में उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग किया जा सकता है।

नकली दवाइयों की समस्या

आजकल बाजार में नकली दवाइयों का भी प्रचलन बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश में हाल ही में कुछ कंपनियों पर नकली दवाइयों के मामले दर्ज किए गए हैं। नकली दवाइयां स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकती हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि हम सतर्क रहें और केवल प्रमाणित दवाइयों का ही उपयोग करें।

सरकार का दृष्टिकोण और कदम

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रतिबंधित दवाइयों का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इन्हें तुरंत बंद किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने दवा कंपनियों को भी चेतावनी दी है कि वे इन दवाइयों का उत्पादन और वितरण बंद करें।

बाजार से इन दवाइयों को हटाने का प्रयास

सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार, 12 अगस्त से इन दवाइयों का उत्पादन और बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। अब समय आ गया है कि हम बाजार में मौजूद दवाइयों की सत्यता की जांच करें और केवल सुरक्षित दवाइयों का ही प्रयोग करें।

वैकल्पिक दवाइयां और उनके फायदे

इन प्रतिबंधित दवाइयों के कई वैकल्पिक और सुरक्षित विकल्प बाजार में उपलब्ध हैं। जैसे कि पैरासिटामोल का इस्तेमाल बुखार और हल्के दर्द के लिए सुरक्षित है। इसके अलावा, अन्य एंटीबायोटिक्स भी उपलब्ध हैं, जिनका प्रयोग बिना किसी डर के किया जा सकता है।

अगली बार मेडिकल पर जाने से पहले ध्यान रखें

मेडिकल स्टोर पर दवाइयां खरीदते समय यह सुनिश्चित करें कि आप कोई भी प्रतिबंधित दवा नहीं खरीद रहे हैं। इसके लिए आप दवाइयों की पैकेजिंग पर दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें और जरूरत पड़ने पर फार्मासिस्ट से परामर्श करें।

156 दवाइयों के प्रतिबंध का महत्व

इस प्रतिबंध का मुख्य उद्देश्य जनता को सुरक्षित रखना और स्वास्थ्य संबंधी खतरों को कम करना है। सरकार का यह कदम लोगों को जागरूक करने और दवा कंपनियों को उनकी जिम्मेदारी का एहसास दिलाने के लिए उठाया गया है।

FAQ (Frequently Asked Questions)

क्या सभी एंटीबायोटिक्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया है?

नहीं, केवल कुछ विशेष FDC एंटीबायोटिक्स पर प्रतिबंध लगाया गया है। आप बाजार में अन्य सुरक्षित एंटीबायोटिक्स का उपयोग कर सकते हैं।

क्या यह प्रतिबंध स्थायी है?

हाँ, जब तक सरकार इसे वापस नहीं लेती, यह प्रतिबंध स्थायी है।

मैं कैसे जान सकता हूँ कि कौन सी दवा प्रतिबंधित है?

सरकार ने प्रतिबंधित दवाइयों की सूची जारी की है, जिसे आप स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर देख सकते हैं।

क्या मैं पहले से खरीदी गई दवाइयों का उपयोग कर सकता हूँ?

नहीं, सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इन दवाइयों का उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

क्या ये दवाइयां ऑनलाइन भी प्रतिबंधित हैं?

हाँ, सरकार ने इन दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

क्या इन दवाइयों का विकल्प उपलब्ध है?

हाँ, बाजार में कई सुरक्षित और प्रभावी वैकल्पिक दवाइयां उपलब्ध हैं।

निष्कर्ष

सरकार का यह फैसला जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इसलिए, हमें इस निर्णय का सम्मान करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए केवल सुरक्षित दवाइयों का ही उपयोग करना चाहिए। अगली बार जब आप मेडिकल पर जाएं, तो इन 156 प्रतिबंधित दवाइयों से सावधान रहें और केवल प्रमाणित दवाइयों का ही प्रयोग करें। आपकी सेहत की सुरक्षा आपके अपने हाथों में है।

Leave a Reply