सिम कार्ड पर लागू होंगे ये 4 नए नियम: 1 सितंबर से आपके मोबाइल फोन के सिम कार्ड से जुड़े चार नए नियम लागू होने जा रहे हैं। यह नियम किसी भी टेलीकॉम कंपनी की सिम के लिए लागू होंगे। ये नए नियम भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा फेक और स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए लागू किए जा रहे हैं। आइए जानते हैं इन नए नियमों के बारे में।
पहला नियम: अगर कोई संस्था आपको स्पैम कॉल करती हुई पाई जाती है, तो उस संस्था के सभी टेलीकॉम रिसर्च काट दिए जाएंगे, और उसे अगले दो साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। यानी उस संस्था को किसी भी टेलीकॉम ऑपरेटर से नई सर्विसेज नहीं मिलेंगी। इसका मतलब है कि अगर कोई कंपनी आपको फर्जी कॉल करती है, तो उसे टेलीकॉम सेवाओं से वंचित किया जाएगा।
दूसरा नियम: 1 सितंबर 2024 से ऐसे किसी भी एसएमएस को डिलीवर करने की अनुमति नहीं होगी, जिसमें स्पैम वाले URL या APK लिंक शामिल हों जो वाइटलिस्ट में नहीं हैं। इसका उद्देश्य उन एसएमएस को रोकना है जिनमें फर्जी ऐप डाउनलोड करने के लिंक होते हैं, जो आमतौर पर लोगों को धोखा देने के लिए भेजे जाते हैं।
तीसरा नियम: टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को एंटिटी और टेलीमार्केटर चैन बाइंडिंग को लागू करने के लिए 31 अक्टूबर 2024 तक का समय दिया गया है। इस प्रक्रिया का मकसद उन मैसेज फ्लो का पता लगाना है जो धोखाधड़ी के मकसद से भेजे जाते हैं।
चौथा नियम: सरकार जल्द ही यह सुविधा शुरू करेगी कि जब आपको कोई कॉल आए, तो कॉल करने वाले का नाम स्क्रीन पर दिखाई देगा। यह सुविधा ट्राई की ओर से लागू की जाएगी, जिससे आपको किसी थर्ड पार्टी ऐप की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसके अलावा, राजस्थान समेत चार राज्यों में मोबाइल कनेक्टिविटी का ऑडिट किया जाएगा, जहां सबसे ज्यादा फ्रॉड कॉल्स होते हैं। इसमें राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और पंजाब के चुनिंदा शहरों में ट्रायल शुरू होने जा रहा है।
बीएसएनएल ने भी घोषणा की है कि जल्द ही वह 4G और 5G यूनिवर्सल कंबाइंड सिम लॉन्च करेगी, जो कंपनी की रिवाइवल योजना का हिस्सा होगा।