पर्यावरण वह जगह है जहां हम सभी मिलते हैं, जहां हम सभी का एक समान हित है; यह एक चीज है जिसे हम सभी साझा करते हैं।

कुछ तो करो। इस खूबसूरत, नीली-हरी, जीवंत पृथ्वी पर रहने के सौभाग्य के लिए अपना किराया चुकाओ।

प्रकृति खुद को बनाए नहीं रख सकती, तो मनुष्य और क्या कर सकता है!